बुधवार

खुदीराम बोस

खुदीराम बोस लेखकः अरुण सिंह
शहीद की जीवन-कथा
भारत के स्वातंत्र्य संग्राम के इतिहास में खुदीराम बोस का नाम अमिट है। छोटी-सी आयु में देश के लिए आत्मोत्सर्ग कर उन्होंने जाने कितने युवाओं-किशोरों के हृदय में देश पर मर-मिटने की भावना उत्पन्न कर दी थी. जैसी निष्कंप दृढ़ता के साथ उन्होंने मुक़दमे का सामना किया और फांसी के तख्ते तक गए, वह बताता है कि कम आयु होने पर भी उनके अंतरतम की प्रेरणाएं उन्हीं संकल्पी विचारों से जुड़ी थीं, जिनने अलग-अलग युगों और देशों में क्रांतिकारियों के लिए आत्म-बलिदान की राह उजागर की. शोध व प्रमाणों पर आधारित यह कृति एक किशोर के क्रांतिकारी बनने और अन्याय के प्रतिकार की उसके हृदय की अदम्य भावना का आख्यान है - संक्षिप्त पर अत्यंत मार्मिक और गहन!

(पृष्ठः 96) ISBN- 81-87524-84-७ हार्डबाउंडः 150/ पेपरबैकः 60/

राहुल सांकृत्यायन

समय साम्यवादी भाग-1 व भाग- २
लेखकः विष्णुचंद्र शर्मा
प्रख्यात लेखक, यायावर, दार्शनिक राहुल सांकृत्यायन की जीवनी
भारत में बीसवीं सदी का आरंभ भविष्य के कई संभावना भरे सपनों के साथ हुआ था। समूचे समाज में एक सृजनात्मक गतिशीलता थी। उस दौर में कुछ व्यक्ति थे जो इस संभावना, गतिशीलता और सपनों के प्रतीक बन गए थे. उनका जीवन भारतीय जनता के नव-निर्माण की कार्यशाला था. ऐसे ही एक व्यक्ति थे - राहुल सांकृत्यायन, जिनकी जीवन-कथा हिंदुकुश पर्वतों से लेकर वोल्गा-तट के शहरों और तिब्बत के पठारों से लेकर राइन और टेम्स के पार तक नव-युग की पीठिका रचती रही. वे यायावर थे, लेखक थे, इतिहासकार थे, स्वातंत्र्य-संग्राम के कर्मठ सेनानी थे, भारतीय वाम-चेतना के शिल्पकार थे. उनका जीवन कई-कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का प्रकाश-स्तंभ रहा.इस जीवनी में राहुल के बहुआयामी जीवन, उनके कृतित्व और युग का प्रामाणिक ब्योरा दर्ज है. जीवनी के प्रथम भाग में राहुल के बचपन, युवावस्था और जीवन के कर्मक्षेत्र के संघर्षों की कथा है. द्वितीय भाग में राहुल के सोवियत संघ के अनुभवों, भारत की आज़्ाादी के लड़ाई में उनकी हिस्सेदारी, और रचनात्मक संघर्ष की कहानी है. एक प्रेरक जीवन की प्रेरक गाथा.

(पृष्ठः 336) ISBN- 81-87524-74-x हार्डबाउंडः 350/ पेपरबैकः 140/(पृष्ठः 288) ISBN- 81-87524-75-8 हार्डबाउंडः 350/ पेपरबैकः 110/

इंग्रिड बर्गमेन

हॉलीवुड बुला रहा है
संयोजन एवं प्रस्तुतिः युगांक धीर
(महान अभिनेत्री इंग्रिड बर्गमेन की जीवन-कथा)
इंग्रिड बर्गमेन को दुनिया की महानतम अभिनेत्री कहा जाता है - और सर्वाधिक सफल अभिनेत्री भी। 1934 से लेकर 1978 तक - वह दुनिया की सबसे चर्चित फ़िल्मों में केंद्रीय भूमिकाएं निभाती रही! इतालवी निर्देशक रोबर्टो रोज़ेलिनी के साथ अपने प्रेम-संबंधों के कारण वह कुछ समय के लिए विवादों में भी घिरी रही. यह वही रोज़ेलिनी था जिसे डी-सिका और फैलिनी के साथ इटली की कला-फ़िल्मों का जनक कहा जाता है, लेकिन जो अपनी रंगीन तबीयत और गुस्सैल स्वभाव के कारण हमेशा ख़बरों में रहा. लेकिन इंग्रिड बर्गमेन के लिए इस तरह के मानवीय-संबंध व्यक्तिगत मोह और व्यक्तिगत हितों के दायरे से कहीं ऊपर थे. उसकी आंखों में एक बहुत ख़ूबसूरत, एक बहुत ऊंचा, एक बहुत महान सपना टंगा हुआ था. और उसके दिल में इस सपने को पूरा करने का संकल्प भी था. वह एक असाधारण स्त्री थी. एक अत्यंत रोचक मर्मस्पर्शी और अविस्मरणीय जीवन-कथा.

(पृष्ठः 304) ISBN- 81-87524-82-0हार्डबाउंडः 350/ पेपरबैकः 125/

मिलेना

लेखिकाः मार्गरेट ब्यूबर न्यूमेन, अनुवादः सूरज प्रकाश
फ्रांज काका की प्रेमिका व एक अनूठी स्त्री की जीवन-कथा
फ्रांज का़का ने अपनी प्रेमिका मिलेना के बारे में लिखा था, ‘‘वह जलती हुई आग़ है, ऐसी आग़ मैंने आज तक नहीं देखी... साथ ही वह बेहद स्नेहमयी, बहादुर और समझदार है। वह ये सारी चीज़ें अपने त्याग में उंड़ेल देती है, या आप यूं भी कह सकते हैं, कि त्याग के ज़रिए उस तक आती हैं।’’ मिलेना - जिसने जीवन को उसकी संपूर्णता में जीना चाहा था, जिसका संघर्ष सच्चाई और स्वतंत्रता के लिए था, जिसका जीवन सौंदर्य और प्रेरणा की एक मिसाल है, इस कृति में उसकी इसी जिं़दगी का प्रामाणिक अंकन हुआ है। (पृष्ठः 240) ISBN- 81-87524-54-5मूल्य - हार्डबाउंडः 250/ पेपरबैकः 100/

रूसी साहित्यकारों के जीवन की प्रेम-कथाएं

उसका अनाम प्यार अनुवादः विजय प्रकाश
रूसी साहित्यकारों के जीवन की प्रेम-कथाएं
महान रूसी साहित्यकारों चेखव, गोर्की, दॉस्तोएवस्की, पूश्किन के जीवन के गहन अंतरंगों को खोलती उनकी प्रेम-कहानियां। उस जीवन की कोमल संवेदनाओं का प्रामाणिक और मर्मस्पर्शी विवरण, जो अपने समय को पार करता युग-युग के पार आज भी जीवित है। इन महान कथाशिल्पियों के उन द्वंद्वों और अनुभवों का मार्मिक कलात्मक अंकन जिसने उनके जीवन को दूसरी ही दिशा दे दी. उसे असाधारण बना दिया. गुज़रे ज़माने की इन प्रेम-कहानियों में जीवन के स्वप्न और यथार्थ की अत्यंत भाव-प्रवण स्मृतियां हैं. (पृष्ठः 340) ISBN- 81-87524-68-5मूल्य - हार्डबाउंडः 350/ पेपरबैकः 125/

अमृता शेरगिल

अमृता शेरगिल लेखकः कन्हैयालाल नंदन
प्रथम भारतीय आधुनिक चित्रकार की जीवनी
अमृता शेरगिल बेहद ख़ूबसूरत और संवेदनशील थी। उसका सौंदर्य, व्यक्तित्व, और कला बीसवीं सदी का मिथक बन चुके हैं. भारतीय ज़िंदगी और भारत की आत्मा उसके चित्रों में अभिव्यक्त हुई थी. वह भारत की एक महान प्रतिभा थी. इस किताब में है उसकी युग-प्रवर्तक कला और ख़ूबसूरत ज़िंदगी की अंतरंग झलक।
(पृष्ठः 100) ISBN- 81-87524-02-2मूल्य - हार्डबाउंडः 150/ पेपरबैकः 60/

मर्लिन मनरो

स्वप्नपरी मर्लिन मनरो
लेखकः संजय श्रीवास्तव
हॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री की जीवनी
मर्लिन मनरो एक स्वप्न का प्रतीक थी। सौंदर्य और प्रेम की एक चिंरतन छवि। वह लोगों के लिए रति की देवी थी। उसकी आवाज़, उसका एक इशारा, देह की एक भंगिमा, समूचे युग की आत्मा में उसकी कामना का सपना बन कर समा गए थे। फूल और हंसी की एक दुनिया का वायदा था, उसकी मुस्कान में। मर्लिन मनरो ने शोहरत की बुलंदियां छुईं। सपना बनकर असंख्य दिलों में बसी, पर एक दिन सहसा इस स्वप्न का अंत हो गया - एक रहस्यभरी मृत्यु में। उसका जीवन साधारण न था। उसमें कई मोड़ थे. सुख-दुख, प्रेम, उम्मीद और अकेलेपन के कई कथानक. स्वप्नपरी के जीवन की अंतरंग दास्तान. (पृष्ठः 240) ISBN- 81-87524-52-9मूल्य - हार्डबाउंडः 250/ पेपरबैकः 95/